हाल ही में, कई अरबपति उद्यमियों और वरिष्ठ हस्तियों ने जेनरेशन Z (Gen Z) की नौकरी बदलने की प्रवृत्ति और उनके कार्य नैतिकता पर सवाल उठाए हैं। उनका मानना है कि इस पीढ़ी का लगातार नौकरी बदलना और काम के प्रति उनकी उदासीनता मुख्यतः उनके पालन-पोषण के तरीकों का परिणाम है।

Gen Z की Job-Hopping Culture: Parenting की देन या बदलते वर्क एथिक्स?
Gen Z और नौकरी बदलने की प्रवृत्ति
Gen Z, जो 1997 से 2012 के बीच जन्मी पीढ़ी है, पारंपरिक नौकरी स्थिरता की अवधारणा को चुनौती देती दिख रही है। वे कार्य-जीवन संतुलन, लचीलापन और नौकरी में संतुष्टि को प्राथमिकता देते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, Gen Z के 70% कर्मचारी जो अपनी कंपनियों के प्रति ‘वफादार’ हैं, वे भी सक्रिय या निष्क्रिय रूप से नई नौकरियों की तलाश में रहते हैं।
वरिष्ठ हस्तियों की आलोचना
पूर्व Whole Foods के CEO, जॉन मैकी, ने कहा कि युवा लोग “काम करना नहीं चाहते” और meaningful work की तलाश में रहते हैं, लेकिन यह समझने में असफल रहते हैं कि meaningful work समय के साथ अर्जित किया जाता है।
इसी तरह, अभिनेत्री और टीवी होस्ट, व्हूपी गोल्डबर्ग, ने सुझाव दिया कि युवा लोग कम घंटे काम करने की इच्छा रखते हैं, जिससे उनके लिए घर खरीदना मुश्किल हो सकता है। उन्होंने कहा, “यदि आप केवल चार घंटे काम करना चाहते हैं, तो आपके लिए घर खरीदना कठिन होगा।
पालन-पोषण की भूमिका
कई विशेषज्ञों का मानना है कि Gen Z के पालन-पोषण की शैली, विशेषकर ‘हेलीकॉप्टर पेरेंटिंग’, उनकी कार्य नैतिकता को प्रभावित कर रही है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, 70% Gen Z नौकरी खोजने में अपने माता-पिता की सहायता लेते हैं, जिसमें रिज्यूमे लिखना, नौकरी आवेदन जमा करना और यहां तक कि साक्षात्कार में भाग लेना शामिल है। कुछ मामलों में, माता-पिता साक्षात्कार के दौरान उपस्थित होते हैं और सीधे हायरिंग मैनेजर से बात करते हैं।
Gen Z का दृष्टिकोण
दूसरी ओर, Gen Z के कई सदस्य मानते हैं कि नौकरी बदलना उन्हें विभिन्न कौशल सीखने और यह समझने में मदद करता है कि वे वास्तव में क्या करना चाहते हैं। वे कार्य-जीवन संतुलन, मानसिक स्वास्थ्य समर्थन और लचीलेपन को प्राथमिकता देते हैं। एक Gen Z सदस्य, कर्टनी ग्रोवर, ने कहा, “नौकरी बदलने से मुझे वास्तव में यह समझने में मदद मिली कि मुझे क्या पसंद है और मैं अपने जीवन में क्या करना चाहता हूं।
Gen Z की नौकरी बदलने की प्रवृत्ति और कार्य नैतिकता पर बहस जारी है। जहां वरिष्ठ हस्तियों और उद्यमियों ने उनकी आलोचना की है, वहीं यह समझना महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक पीढ़ी के अपने मूल्य और प्राथमिकताएं होती हैं। कार्यस्थल में बदलाव और नई पीढ़ी की अपेक्षाओं को समझना और उनके साथ तालमेल बिठाना आवश्यक है, ताकि एक समावेशी और उत्पादक कार्य वातावरण बनाया जा सके।
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