Turkey में फंसे 250 भारतीय यात्री: London से मुंबई की फ्लाइट 40 घंटे से ज्यादा देर से, मदद की गुहार

Turkey में फंसे 250 भारतीय यात्री: London से मुंबई की फ्लाइट 40 घंटे से ज्यादा देर से, मदद की गुहार
Turkey, 4 अप्रैल 2025:
लंदन से मुंबई जा रही एक फ्लाइट में सवार करीब 250 यात्रियों की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं। बीते 40 घंटों से ज्यादा समय से ये यात्री तुर्की में फंसे हुए हैं। तकनीकी खराबी और प्रशासनिक लापरवाही के चलते इन लोगों को न तो सही जानकारी मिल पा रही है और न ही आवश्यक सुविधाएं। अब यात्री सोशल मीडिया के ज़रिए अपनी आवाज़ उठा रहे हैं और भारत सरकार से मदद की अपील कर रहे हैं।
क्या है मामला?
बताया जा रहा है कि यह चार्टर्ड फ्लाइट एक प्राइवेट ट्रैवल कंपनी द्वारा बुक की गई थी, जिसमें ज़्यादातर भारतीय नागरिक शामिल थे जो लंदन से मुंबई लौट रहे थे। फ्लाइट ने तुर्की में फ्यूलिंग और क्रू चेंज के लिए रुकावट की थी, लेकिन तभी विमान में तकनीकी खराबी सामने आई। इसके बाद यात्रियों को विमान से उतार दिया गया और एक लोकल एयरपोर्ट टर्मिनल में रखा गया।
40 घंटे से ज्यादा इंतज़ार
यात्रियों का कहना है कि उन्हें किसी होटल में ठहराया नहीं गया, बल्कि एयरपोर्ट के वेटिंग लाउंज में ही रुकने के लिए मजबूर किया गया। उनके अनुसार, न पर्याप्त खाना मिल रहा है और न ही आराम करने की कोई व्यवस्था है। बच्चे, बुज़ुर्ग और महिलाएं बेहद परेशान हैं। लगातार उड़ान टालने की वजह से लोगों का धैर्य जवाब देने लगा है।
यात्रियों ने सोशल मीडिया पर उठाई आवाज़
फंसे हुए यात्रियों ने ट्विटर (अब एक्स), इंस्टाग्राम और फेसबुक के ज़रिए अपने वीडियो और फोटोज़ साझा किए हैं, जिनमें दिखाया गया है कि वे कैसे फर्श पर सोने को मजबूर हैं। उन्होंने भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को टैग करते हुए मदद की गुहार लगाई है। कई यात्रियों ने वीडियो में कहा कि उन्हें “बंधक जैसा” महसूस हो रहा है और फ्लाइट ऑपरेटर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा।
दूतावास और मंत्रालय की प्रतिक्रिया
भारत के विदेश मंत्रालय ने मामले को संज्ञान में लिया है और तुर्की में भारतीय दूतावास को तुरंत सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया है। दूतावास के अधिकारियों ने एयरपोर्ट का दौरा किया और यात्रियों को भरोसा दिलाया कि जल्द ही उन्हें सुरक्षित भारत भेजा जाएगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा,
“हम अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। दूतावास की टीम तुर्की के संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है और हम स्थिति को मॉनिटर कर रहे हैं।”
फ्लाइट ऑपरेटर पर सवाल
फ्लाइट ऑपरेटर और ट्रैवल कंपनी पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि कंपनी ने न तो समय रहते कोई वैकल्पिक फ्लाइट उपलब्ध कराई और न ही ठहरने और खाने की उचित व्यवस्था की। यह भी कहा जा रहा है कि यात्रियों के पासपोर्ट भी एयरलाइन के पास ही रखे गए हैं, जिससे वे एयरपोर्ट के बाहर नहीं जा सकते।
मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप
कुछ यात्रियों ने यह भी आरोप लगाया है कि उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है और यह सीधे तौर पर मानवाधिकारों का उल्लंघन है। बच्चे और बुज़ुर्ग थकावट और तनाव से बीमार पड़ने लगे हैं।
आगे क्या?
सरकार ने यह आश्वासन दिया है कि अगले कुछ घंटों में वैकल्पिक फ्लाइट का इंतज़ाम किया जाएगा और सभी यात्रियों को जल्द से जल्द मुंबई पहुंचाया जाएगा। साथ ही, इस मामले की जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाहियों को रोका जा सके।
एक ओर जहां अंतरराष्ट्रीय यात्राएं आम हो रही हैं, वहीं इस तरह की घटनाएं यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। सरकार और एयरलाइंस दोनों की जिम्मेदारी बनती है कि वे समय पर कार्रवाई करें और ऐसे संकट की घड़ी में यात्रियों की पूरी मदद करे|