टैरिफ्स पर रोक से पहले ट्रंप के ‘BUY’ पोस्ट ने मचाया बवाल, US सीनेटर ने उठाई इनसाइडर ट्रेडिंग जांच की मांग
वॉशिंगटन: अमेरिका में टैरिफ्स पर संभावित बदलावों को लेकर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक सोशल मीडिया पोस्ट ने सियासी और आर्थिक हलकों में हलचल मचा दी है। ट्रंप द्वारा टैरिफ से संबंधित आधिकारिक घोषणा से पहले ‘BUY’ (खरीदें) शब्द का इस्तेमाल किए जाने के बाद, इस पोस्ट को लेकर इनसाइडर ट्रेडिंग की आशंका जताई जा रही है। एक प्रमुख अमेरिकी सीनेटर ने इस मामले में औपचारिक जांच की मांग की है।

“Trump के ‘BUY’ पोस्ट पर इनसाइडर ट्रेडिंग जांच की मांग”
क्या है पूरा मामला?
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर एक रहस्यमय पोस्ट किया, जिसमें सिर्फ एक शब्द लिखा था: “BUY”। यह पोस्ट उस समय आया जब वॉल स्ट्रीट में टैरिफ्स को लेकर अनिश्चितता बनी हुई थी। कुछ ही घंटों बाद अमेरिकी सरकार ने कुछ चीनी उत्पादों पर टैरिफ स्थगित करने की घोषणा कर दी।”Trump के ‘BUY’ पोस्ट पर इनसाइडर ट्रेडिंग जांच की मांग”
इस घटनाक्रम के बाद शेयर बाजार में उछाल देखने को मिला, खासकर उन कंपनियों के शेयरों में जो चीन से आयातित वस्तुओं पर निर्भर हैं। ऐसे में ट्रंप का पोस्ट कई सवाल खड़े कर गया – क्या उन्हें पहले से इस घोषणा की जानकारी थी? क्या यह इनसाइडर ट्रेडिंग का मामला बनता है?
सीनेटर की आपत्ति और जांच की मांग
सीनेटर एलिजाबेथ वॉरेन और कुछ अन्य डेमोक्रेट सांसदों ने इस पूरे घटनाक्रम पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि यदि ट्रंप ने जानबूझकर बाजार को प्रभावित करने के लिए यह पोस्ट किया, तो यह सुरक्षा और वित्तीय नैतिकता का गंभीर उल्लंघन है।”Trump के ‘BUY’ पोस्ट पर इनसाइडर ट्रेडिंग जांच की मांग”
सीनेटर वॉरेन ने Securities and Exchange Commission (SEC) और Department of Justice (DOJ) से मांग की है कि वे ट्रंप के सोशल मीडिया पोस्ट और उससे पहले और बाद में हुए स्टॉक ट्रेडिंग डेटा की गहराई से जांच करें।
इनसाइडर ट्रेडिंग क्या होती है?
इनसाइडर ट्रेडिंग तब होती है जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी या सरकारी फैसले से संबंधित गोपनीय जानकारी का उपयोग करके स्टॉक बाजार में निजी लाभ के लिए ट्रेड करता है। यह अमेरिका में एक गंभीर अपराध है, और इसके लिए जेल और भारी जुर्माने का प्रावधान है।”Trump के ‘BUY’ पोस्ट पर इनसाइडर ट्रेडिंग जांच की मांग”
यदि जांच में यह सामने आता है कि ट्रंप के करीबी लोगों ने इस पोस्ट से पहले या तुरंत बाद शेयर खरीदे या बेचे, तो यह इनसाइडर ट्रेडिंग के दायरे में आ सकता है।
ट्रंप का बचाव और राजनीतिक माहौल
डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि उनका पोस्ट सामान्य निवेश राय थी, और इसका टैरिफ नीति से कोई लेना-देना नहीं है। ट्रंप समर्थक इसे डेमोक्रेट्स की एक और साजिश बता रहे हैं।”Trump के ‘BUY’ पोस्ट पर इनसाइडर ट्रेडिंग जांच की मांग”
हालांकि, राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि इस तरह की पोस्टें, खासकर जब वे सरकारी नीतियों से पहले आएं और बाजार पर असर डालें, तो उनकी नैतिकता और कानूनी वैधता की जांच जरूरी है।
बाजार पर असर
ट्रंप के ‘BUY’ पोस्ट और टैरिफ स्थगन की घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में तेजी देखी गई। टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की कंपनियों के स्टॉक्स में खासतौर पर उछाल आया। निवेशकों के बीच यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या यह संयोग था या सुनियोजित रणनीति?
टैरिफ्स को लेकर ट्रंप का ‘BUY’ पोस्ट अब एक राजनीतिक और कानूनी विवाद का रूप ले चुका है। यदि जांच एजेंसियों को इनसाइडर ट्रेडिंग के कोई संकेत मिलते हैं, तो यह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के लिए गंभीर चुनौती बन सकता है। वहीं दूसरी ओर, यह मामला आने वाले चुनावों में भी एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।”Trump के ‘BUY’ पोस्ट पर इनसाइडर ट्रेडिंग जांच की मांग”
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