Navratri 2025 के नौ शुभ रंग: जानिए हर दिन का महत्व और पहनने का सही तरीका

Navratri 2025 के नौ शुभ रंग: जानिए हर दिन का महत्व और पहनने का सही तरीका
Navratri 2025 के नौ शुभ रंग: जानिए हर दिन का महत्व और पहनने का सही तरीका
नवरात्रि हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। हर दिन एक विशेष रंग से जुड़ा होता है, जो देवी के विभिन्न गुणों और शक्तियों का प्रतीक है। इन रंगों का पालन करने से भक्तों को आध्यात्मिक लाभ मिलता है और यह पर्व की पवित्रता को और बढ़ाता है।Navratri 2025 के नौ शुभ रंग: जानिए हर दिन का महत्व और पहनने का सही तरीका
Navratri 2025: नौ दिनों के नौ रंग
नवरात्रि 2025 का आयोजन 30 मार्च से 6 अप्रैल तक होगा। हालांकि, इस वर्ष पंचमी तिथि का क्षय होने के कारण नवरात्रि आठ दिनों की होगी। आइए जानते हैं इन आठ दिनों में कौन से रंग पहनना शुभ माना गया है:
1. पहला दिन – 30 मार्च 2025 (प्रतिपदा): सफेद
माँ शैलपुत्री की पूजा के दिन सफेद रंग पहनना शुभ माना जाता है, जो शांति, पवित्रता और भक्ति का प्रतीक है।
2. दूसरा दिन – 31 मार्च 2025 (द्वितीया): लाल
माँ ब्रह्मचारिणी की आराधना के दिन लाल रंग धारण करना उचित है, जो क्रियाशीलता और उत्साह का प्रतीक है।
3. तीसरा दिन – 1 अप्रैल 2025 (तृतीया): गहरा नीला (रॉयल ब्लू)
माँ चंद्रघंटा की पूजा के अवसर पर गहरा नीला रंग पहनना शुभ होता है, जो शांति और ज्ञान की गहराई का प्रतीक है।
4. चौथा दिन – 2 अप्रैल 2025 (चतुर्थी): पीला
माँ कुष्मांडा की आराधना के दिन पीला रंग धारण करना शुभ माना जाता है, जो चमक, खुशी और उत्साह का प्रतीक है।
5. पांचवा दिन – 2 अप्रैल 2025 (पंचमी): हरा
पंचमी तिथि का क्षय होने के कारण, इस दिन माँ स्कंदमाता की पूजा होगी। हरा रंग पहनना इस दिन शुभ होता है, जो विकास और उर्वरता का प्रतीक|
6. छठा दिन – 3 अप्रैल 2025 (षष्ठी): स्लेटी (ग्रे)
माँ कात्यायनी की पूजा के दिन स्लेटी रंग धारण करना उचित है, जो संतुलन का प्रतिनिधित्व करता है।
7. सातवाँ दिन – 4 अप्रैल 2025 (सप्तमी): नारंगी
माँ कालरात्रि की आराधना के अवसर पर नारंगी रंग पहनना शुभ माना जाता है, जो चमक और ऊर्जा का प्रतीक है।
8. आठवां दिन – 5 अप्रैल 2025 (अष्टमी): मोरपंखी हरा (पीकॉक ग्रीन)
माँ महागौरी की पूजा के दिन मोरपंखी हरा रंग धारण करना शुभ होता है, जो विशिष्टता और वैयक्तिकता का प्रतिनिधित्व करता है।
9. नौवां दिन – 6 अप्रैल 2025 (नवमी): गुलाबी
माँ सिद्धिदात्री की आराधना के दिन गुलाबी रंग पहनना शुभ माना जाता है, जो प्रेम, स्नेह और सद्भाव का प्रतीक है। Navratri 2025 के नौ शुभ रंग: जानिए हर दिन का महत्व और पहनने का सही तरीका
नवरात्रि के रंगों का आध्यात्मिक महत्व
हर रंग का अपना विशेष महत्व है, जो देवी के विभिन्न गुणों को दर्शाता है:
- सफेद: शांति, पवित्रता और भक्ति का प्रतीक।
- लाल: क्रियाशीलता, उत्साह और उग्रता का प्रतीक।
- गहरा नीला: शांति और ज्ञान की गहराई का प्रतीक।
- पीला: चमक, खुशी और उत्साह का प्रतीक।
- हरा: विकास, उर्वरता और सफलता का प्रतीक।
- स्लेटी: संतुलन और स्थिरता का प्रतीक।
- नारंगी: चमक, ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक।
- मोरपंखी हरा: विशिष्टता और वैयक्तिकता का प्रतीक।
- गुलाबी: प्रेम, स्नेह और सद्भाव का प्रतीक।
नवरात्रि 2025: रंगों का पालन कैसे करें
नवरात्रि के दौरान इन रंगों का पालन करने से भक्तों को देवी की कृपा प्राप्त होती है। यह न केवल आध्यात्मिक लाभ देता है, बल्कि समाज में एकता और समरसता को भी बढ़ावा देता है। इन रंगों के वस्त्र धारण करके, भक्त माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों का सम्मान करते हैं और उनकी विशेषताओं को अपने जीवन में अपनाने का प्रयास करते हैं।Navratri 2025 के नौ शुभ रंग: जानिए हर दिन का महत्व और पहनने का सही तरीका
इस वर्ष, नवरात्रि के दौरान इन रंगों का पालन करके, आप अपने पर्व को और भी विशेष बना सकते हैं और माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
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