मिसाइलों से जवाब देगा Iran? डोनाल्ड ट्रंप की ‘Bombing‘ धमकी पर कड़ी प्रतिक्रिया

ट्रंप की ‘Bombing’ धमकी पर IRAN का मिसाइलों से जवाब!
तेहरान/वॉशिंगटन:ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के बीच पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की “बॉम्बिंग” धमकी पर ईरान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ईरानी सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि अमेरिका किसी भी तरह की आक्रामक कार्रवाई करता है, तो ईरान उसके खिलाफ मिसाइलों से जवाब देगा।
यह बयान तब आया जब डोनाल्ड ट्रंप ने एक हालिया चुनावी रैली में कहा कि अगर वे दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो ईरान और उसके सहयोगी गुटों के खिलाफ ‘भारी बमबारी’ कर सकते हैं। ट्रंप की इस धमकी के बाद ईरान ने अमेरिका को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।ट्रंप की ‘Bombing’ धमकी पर IRAN का मिसाइलों से जवाब!
ईरान की आक्रामक प्रतिक्रिया
ईरान के रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रज़ा अष्टियानी ने कहा,
“अगर अमेरिका ने हमारी संप्रभुता को चुनौती देने की कोशिश की या हमारे राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी, तो हम तत्काल और निर्णायक प्रतिक्रिया देंगे। हमारे मिसाइल सिस्टम पूरी तरह तैयार हैं।”
ईरान की इस प्रतिक्रिया से साफ है कि वह किसी भी सैन्य हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान के पास आधुनिक बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन तकनीक हैं, जो किसी भी संभावित हमले का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।ट्रंप की ‘Bombing’ धमकी पर IRAN का मिसाइलों से जवाब!
डोनाल्ड ट्रंप की धमकी और बढ़ता तनाव
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी रैली में दावा किया था कि “अगर मैं फिर से राष्ट्रपति बनता हूं, तो ईरान को अपनी सीमाएं समझनी होंगी। हम उनके खिलाफ बड़े पैमाने पर बमबारी करेंगे।”
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब मध्य पूर्व में पहले से ही तनाव चरम पर है। हाल ही में, ईरान समर्थित गुटों और इजरायल के बीच झड़पें तेज हुई हैं। वहीं, अमेरिकी सेना भी लगातार ईरानी समूहों पर निगरानी रख रही है।ट्रंप की ‘Bombing’ धमकी पर IRAN का मिसाइलों से जवाब!
अमेरिकी सुरक्षा विश्लेषकों का मानना है कि यदि ट्रंप दोबारा सत्ता में आते हैं, तो ईरान और अमेरिका के बीच संघर्ष की संभावना बढ़ सकती है।
ईरान की मिसाइल ताकत पर एक नज़र
ईरान ने हाल के वर्षों में अपनी मिसाइल तकनीक को मजबूत किया है। ईरानी सेना के पास कई तरह की आधुनिक मिसाइलें हैं, जिनमें शामिल हैं:
- शाहब-3: 2,000 किलोमीटर तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल
- फतेह-110: सटीक मारक क्षमता वाली शॉर्ट-रेंज मिसाइल
- खोर्रमशहर मिसाइल: 2,000 किलोमीटर तक की रेंज और भारी विस्फोटक क्षमता
- हाइपरसोनिक मिसाइल: हाल ही में ईरान ने दावा किया कि उसने हाइपरसोनिक मिसाइल विकसित कर ली है, जो अमेरिका और इजरायल के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
क्या बढ़ेगा युद्ध का खतरा?
विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप के बयान से पहले से ही तनावपूर्ण मध्य पूर्व में अस्थिरता और बढ़ सकती है।
राजनीतिक विश्लेषक रॉबर्ट मैकब्राइड का कहना है कि
“अगर अमेरिका और ईरान के बीच टकराव बढ़ता है, तो यह पूरी दुनिया के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। खासकर तब, जब ईरान पहले ही अपने मिसाइल कार्यक्रम को उन्नत कर चुका है।”
वहीं, ईरान का कहना है कि उसका मिसाइल प्रोग्राम सिर्फ रक्षा के लिए है और वह किसी भी देश पर पहले हमला नहीं करेगा। लेकिन यदि अमेरिका ने हमला किया, तो ईरान तत्काल जवाब देने से पीछे नहीं हटेगा।ट्रंप की ‘Bombing’ धमकी पर IRAN का मिसाइलों से जवाब!
बाइडेन प्रशासन की प्रतिक्रिया
वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन फिलहाल ट्रंप के बयान से दूरी बनाए हुए है। व्हाइट हाउस ने आधिकारिक रूप से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
हालांकि, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि
“हम मध्य पूर्व में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन अगर किसी देश ने अमेरिका या हमारे सहयोगियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, तो हम उचित कार्रवाई करेंगे।”
डोनाल्ड ट्रंप के विवादास्पद बयान के बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है। ईरान ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि यदि अमेरिका ने कोई भी उकसाने वाली कार्रवाई की, तो वह मिसाइल हमले से जवाब देगा।
अब सवाल यह है कि क्या ट्रंप के इस बयान के बाद अमेरिका-ईरान के बीच संघर्ष बढ़ेगा या दोनों देश कूटनीतिक समाधान की ओर बढ़ेंगे? फिलहाल, पूरी दुनिया इस घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है।