HAL को ₹55 लाख की साइबर ठगी:जानिए कैसे पैसे गंवाए

HAL को ₹55 लाख की साइबर ठगी:जानिए कैसे पैसे गंवाए

HAL को साइबर धोखाधड़ी में ₹55 लाख का नुकसान: जानिए कैसे PSU दिग्गज ने अमेरिका स्थित ‘नकली’ विमान पार्ट्स विक्रेता को पैसे गंवाए

 

HAL को ₹55 लाख की साइबर ठगी:जानिए कैसे पैसे गंवाए

समाचार रिपोर्ट के अनुसार, इस घोटाले में 55 लाख रुपये का खर्च आया क्योंकि कानपुर शाखा के अतिरिक्त महाप्रबंधक ने 13 मार्च को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।

HAL को ₹55 लाख की साइबर ठगी:जानिए कैसे पैसे गंवाए

रक्षा और एयरोस्पेस उपकरण बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गई। ठगों ने खुद को एक अमेरिकी कंपनी PS Engineering Inc के रूप में पेश किया, जो विमान के पुर्जे बेचने वाली बताई गई। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस जालसाजी में HAL को लाखों रुपये का नुकसान हुआ।

HAL को ₹55 लाख का नुकसान कैसे हुआ?

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के कानपुर विंग को साइबर अपराधियों से एक फर्जी ईमेल मिला, जिसमें उन्होंने खुद को एक असली अमेरिकी डीलर बताया। हालांकि, अधिकारी एक छोटी लेकिन अहम गलती को पहचानने में असफल रहे, जिससे कंपनी को भारी नुकसान उठाना पड़ा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,HAL को ₹55 लाख की साइबर ठगी HAL के अधिकारियों ने ईमेल आईडी में एक मामूली बदलाव को नजरअंदाज कर दिया। असली अमेरिकी सप्लायर की ईमेल आईडी से मिलती-जुलती इस फर्जी आईडी में सिर्फ “ई” अक्षर का अंतर था, जिसे अधिकारी नोटिस नहीं कर सके। इसी गलती के चलते HAL ने ₹55 लाख साइबर अपराधियों के खाते में ट्रांसफर कर दिए।

इसके अलावा, ईमेल में बैंक विवरण को भी बदल दिया गया था, जिससे भुगतान सीधे साइबर अपराधियों  के खातों में चला गया।

 घोटाला?

रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर अपराधियों ने असली विक्रेता की पहचान चुराकर एक फर्जी ईमेल आईडी के जरिए HAL से 63,405 डॉलर (करीब ₹55 लाख) की रकम मांगी।

इस ईमेल में बैंक विवरण बदल दिए गए थे, जिससे भुगतान सीधे अपराधियों के खाते में चला गया। जब तक किसी को इस घोटाले का पता चलता, तब तक पैसा गलत खाते में ट्रांसफर हो चुका था।

HAL को तब इस डिजिटल ठगी का एहसास हुआ, जब अमेरिका स्थित PS Engineering ने कंपनी को सूचित किया कि उन्हें इस लेनदेन का कोई भुगतान नहीं मिला।

PS Engineering से अलर्ट मिलने के बाद, HAL के अधिकारियों ने लेनदेन की जांच की और पाया कि ईमेल आईडी फर्जी थी। इसके बाद, HAL कानपुर के अतिरिक्त महाप्रबंधक अशोक कुमार सिंह ने मामले की जांच शुरू की और साइबर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई।

DCP क्राइम अंजलि विश्वकर्मा ने NDTV को बताया, “HAL ने aircraft parts खरीदने के लिए American company PS Engineering Inc. से संपर्क किया। शुरुआत में communication एक valid email ID से हो रहा था, लेकिन बीच में कहीं असली email को fake email से replace कर दिया गया। दोनों IDs में सिर्फ एक छोटा सा फर्क था – missing letter ‘E’।”

रिपोर्ट के मुताबिक, investigation अभी भी जारी है, क्योंकि यह साफ नहीं है कि इस cyber fraud के पीछे कोई दूसरी American company है या फिर कोई Indian entity।

इस बीच, Tuesday के afternoon trading session में HAL के shares 3.92% बढ़कर ₹3,574.40 पर पहुंच गए, जबकि पिछले market close पर यह ₹3,439.60 था।

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