ED छापों के बाद अब CBI की कार्रवाई, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पहुंची CBI
ED छापों के बाद अब CBI की कार्रवाई, भूपेश बघेल के घर छापेमारी | महादेव सट्टेबाजी घोटाला
रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने छापा मारा है। यह कार्रवाई प्रवर्तन निदेशालय (ED) की हाल ही में की गई तलाशी के कुछ ही दिनों बाद हुई है। सीबीआई की इस रेड ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर सीबीआई की छापेमारी, महादेव सट्टेबाजी घोटाले से जुड़ा मामला
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तलाशी के सोलह दिन बाद, बुधवार सुबह केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एक टीम ने रायपुर और भिलाई स्थित उनके घरों पर छापा मारा। यह कार्रवाई महादेव सट्टेबाजी घोटाले से जुड़े मामले के तहत की गई है।ED छापों के बाद अब CBI की कार्रवाई, भूपेश बघेल के घर छापेमारी | महादेव सट्टेबाजी घोटाला
यह छापेमारी एक व्यापक तलाशी अभियान का हिस्सा थी, जिसे एजेंसियों ने कथित सट्टेबाजी घोटाले की जांच के सिलसिले में अंजाम दिया।
60 स्थानों पर सीबीआई की छापेमारी
सीबीआई ने एक बयान जारी कर बताया कि यह तलाशी अभियान छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली सहित 60 स्थानों पर चलाया गया। इन स्थानों में राजनीतिक नेताओं, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों, महादेव बुक से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों और अन्य निजी व्यक्तियों के ठिकाने शामिल थे, जिन पर इस घोटाले में संलिप्त होने का संदेह है।
जांच एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और वित्तीय लेन-देन से जुड़े रिकॉर्ड बरामद किए गए हैं। हालांकि, इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है।ED छापों के बाद अब CBI की कार्रवाई, भूपेश बघेल के घर छापेमारी | महादेव सट्टेबाजी घोटाला
यह छापेमारी छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़ा भूचाल ला सकती है, खासकर तब जब भूपेश बघेल पहले ही इस मामले को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दे चुके हैं। अब देखना होगा कि जांच आगे क्या मोड़ लेती है।
भूपेश बघेल के घर सीबीआई की छापेमारी, क्या है मामला?
मंगलवार सुबह सीबीआई की एक टीम रायपुर स्थित भूपेश बघेल के आवास पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया। सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी एक कथित भ्रष्टाचार मामले से जुड़ी हुई है, जो उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान हुआ था।
सीबीआई अधिकारियों ने बघेल के घर और उनके करीबी सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापे मारे। इस दौरान कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और वित्तीय रिकॉर्ड जब्त किए गए। हालांकि, अभी तक एजेंसी ने औपचारिक रूप से इस कार्रवाई को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है।
ईडी की रेड के बाद सीबीआई की एंट्री
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी भूपेश बघेल से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। ईडी की जांच कथित मनी लॉन्ड्रिंग और करोड़ों के घोटाले से जुड़ी थी।
भूपेश बघेल ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया था और इसे विपक्ष को दबाने की साजिश करार दिया था।ED छापों के बाद अब CBI की कार्रवाई, भूपेश बघेल के घर छापेमारी | महादेव सट्टेबाजी घोटाला
राजनीतिक घमासान: कांग्रेस बनाम बीजेपी
सीबीआई की छापेमारी के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है।
भूपेश बघेल का बयान:
सीबीआई रेड पर प्रतिक्रिया देते हुए भूपेश बघेल ने कहा:
“यह कार्रवाई एक सोची-समझी साजिश है। बीजेपी सरकार मुझे और कांग्रेस को बदनाम करने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। हम डरने वाले नहीं हैं और जनता को सच्चाई बताएंगे।”
बीजेपी का पलटवार:
वहीं, बीजेपी नेताओं ने इसे कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा बताया और कहा कि अगर भूपेश बघेल निर्दोष हैं तो उन्हें डरने की जरूरत नहीं है।
एक बीजेपी प्रवक्ता ने कहा:“अगर कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है, तो जांच एजेंसियों से घबराने की जरूरत क्यों है? सीबीआई और ईडी अपना काम कर रही हैं, और जो दोषी होगा, उसे सजा मिलेगी।”
छत्तीसगढ़ की राजनीति पर असर
इस हाई-प्रोफाइल रेड का छत्तीसगढ़ की राजनीति पर गहरा असर पड़ सकता है। राज्य में आगामी चुनावों से पहले यह कार्रवाई कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकती है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है और इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया है।ED छापों के बाद अब CBI की कार्रवाई, भूपेश बघेल के घर छापेमारी | महादेव सट्टेबाजी घोटाला
वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ये छापेमारियां चुनावी माहौल में बड़ा बदलाव ला सकती हैं। इससे कांग्रेस को नुकसान भी हो सकता है और सहानुभूति भी मिल सकती है।
आगे क्या होगा?
सीबीआई की जांच जारी है और ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में और पूछताछ और गिरफ्तारी हो सकती हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपना सकती है।
छत्तीसगढ़ में राजनीतिक उठापटक के बीच सभी की नजरें इस मामले की आगे की जांच पर टिकी हुई हैं।