जब AI की कला हुई डरावनी: Ghibli स्टाइल में Chhath Pooja की तस्वीर का अनचाहा रूपांतरण
AI Art में खामी या नई चुनौती?
हाल ही में, OpenAI के ChatGPT ने उपयोगकर्ताओं को Studio Ghibli की विशिष्ट कला शैली में छवियाँ बनाने की सुविधा दी है। यह फीचर तेजी से लोकप्रिय हुआ, और लोगों ने अपनी तस्वीरों के साथ-साथ ऐतिहासिक व सांस्कृतिक छवियों को भी Ghibli स्टाइल में बदलना शुरू कर दिया। लेकिन हर बार परिणाम वैसा नहीं आया जैसा उम्मीद की गई थी।
इसी कड़ी में, एक उपयोगकर्ता ने Chhath Pooja की एक सुंदर और आध्यात्मिक तस्वीर को Ghibli स्टाइल में बदलने का प्रयास किया। मगर जब AI ने इसे प्रोसेस किया, तो उसका रूप पूरी तरह विकृत और डरावना हो गया। छवि में असामान्य चेहरे, विकृत आकृतियाँ और अस्वाभाविक रंग दिखाई दिए, जो छठ पूजा की वास्तविक भावना से बिलकुल मेल नहीं खाते थे।
AI-जनित कला की सीमाएँ
यह घटना यह दर्शाती है कि AI कला में अभी भी कई सीमाएँ हैं। हालाँकि, Studio Ghibli के संस्थापक हायाओ मियाज़ाकी पहले ही AI कला को लेकर आलोचना कर चुके हैं और इसे “जीवन के प्रति अपमान” कह चुके हैं। OpenAI ने हाल ही में कुछ जीवित कलाकारों की शैलियों में छवियाँ बनाने पर प्रतिबंध लगाया है ताकि कॉपीराइट उल्लंघन जैसी समस्याओं से बचा जा सके।

तकनीक और संवेदनशीलता का संतुलन
AI कला ने भले ही रचनात्मकता के नए द्वार खोले हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि इसका उपयोग संवेदनशील सांस्कृतिक और धार्मिक छवियों के साथ सतर्कता से किया जाए। AI केवल एक टूल है, और इसके परिणाम हमेशा सटीक नहीं हो सकते।
क्या यह AI की खामी है या नई चुनौती? यह बहस जारी रहेगी, लेकिन यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि तकनीक के साथ परंपरा और भावनाओं का सम्मान भी उतना ही महत्वपूर्ण है।