New Zealand : न्यूज़ीलैंड के रिवर्टन तट पर 6.8 तीव्रता का भूकंप

New Zealand के Riverton तट पर 6.8 तीव्रता का भूकंप, कोई हताहत नहीं

New Zealand : न्यूज़ीलैंड के रिवर्टन तट पर 6.8 तीव्रता का भूकंप
New Zealand : न्यूज़ीलैंड के रिवर्टन तट पर 6.8 तीव्रता का भूकंप

6.8 तीव्रता का भूकंप Strikes New Zealand’s के Riverton तट |

25 मार्च 2025 कोNew Zealandके Riverton तट के पास एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 6.8 मापी गई। यह भूकंप दोपहर 2:43 बजे (स्थानीय समयानुसार) आया, जिसका केंद्र Riverton से लगभग 159 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में था और इसकी गहराई 10 किलोमीटर दर्ज की गई।

United States  Geological सर्वेक्षण (USGS) ने पहले इसे 7.0 की तीव्रता का भूकंप बताया था, लेकिन बाद में इसे संशोधित कर 6.8 कर दिया। इस भूकंप के बाद अब तक किसी भी प्रकार की जनहानि या बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, झटकों के कारण दक्षिणी द्वीप के कुछ हिस्सों में लोगों को डर का माहौल देखने को मिला।

भूकंप के बाद सुनामी की कोई चेतावनी नहीं

पैसिफिक सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने पुष्टि की कि इस भूकंप के कारण कोई सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई। New Zealand की राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (NEMA) ने भी स्थिति का आकलन किया और कहा कि भूकंप के बाद किसी बड़े खतरे की संभावना नहीं है। हालांकि, एजेंसी ने लोगों को समुद्र तट और तटीय इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है क्योंकि भूकंप के बाद कई घंटों तक असामान्य और तेज समुद्री लहरें उठ सकती हैं।

Riverton और आसपास के इलाकों में झटके महसूस किए गए

New Zealand के दक्षिण द्वीप के कई इलाकों में इस भूकंप के झटके महसूस किए गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि भूकंप के दौरान घरों की दीवारें और खिड़कियां हिल रही थीं। कुछ जगहों पर अलमारियों से सामान गिरने की भी खबरें आई हैं। हालांकि, इस भूकंप से कोई बड़ी संरचनात्मक क्षति नहीं हुई है।

New Zealand : न्यूज़ीलैंड के रिवर्टन तट पर 6.8 तीव्रता का भूकंप
6.8 तीव्रता का भूकंप Strikes New Zealand’s के Riverton तट |

भूकंप का भौगोलिक कारण

New Zealand एक भूगर्भीय रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है क्योंकि यह Australian और पैसिफिक टेक्टोनिक प्लेटों की सीमा पर स्थित है। यह इलाका अक्सर भूकंपीय गतिविधियों से प्रभावित होता रहता है। रिवरटन के पास का क्षेत्र पुयसेगुर ट्रेंच के करीब है, जहां Australian प्लेट प्रशांत प्लेट के नीचे धंस रही है। यही कारण है कि इस क्षेत्र में अक्सर बड़े भूकंप आते रहते हैं।

इससे पहले भी इस इलाके में कई बड़े भूकंप आ चुके हैं। 2009 में फियोर्डलैंड में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने इस क्षेत्र को हिलाकर रख दिया था। वहीं, 2011 में क्राइस्टचर्च में आए 6.3 तीव्रता के भूकंप में 185 लोगों की मौत हो गई थी और शहर में भारी तबाही मची थी।

New Zealand में भूकंप की लगातार घटनाएं

New Zealand में हर साल हजारों भूकंप आते हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर इतने हल्के होते हैं कि लोग उन्हें महसूस भी नहीं कर पाते। हालांकि, इस देश में समय-समय पर कुछ भूकंप विनाशकारी साबित होते रहे हैं।

New Zealand सरकार ने इस तरह की आपदाओं से निपटने के लिए कड़े भवन निर्माण नियम बनाए हैं, ताकि इमारतें भूकंप के झटकों को सहन कर सकें। इसके अलावा, आपातकालीन सेवाएं भी हर समय तैयार रहती हैं, जिससे किसी भी संभावित खतरे का प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके।

लोगों को सतर्क रहने की सलाह

इस भूकंप के बाद स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। आपातकालीन एजेंसियां लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और किसी भी अप्रत्याशित घटनाक्रम के लिए तैयार हैं।

विशेषज्ञों ने कहा है कि इस तरह के भूकंप भविष्य में भी आ सकते हैं, इसलिए लोगों को हमेशा तैयार रहना चाहिए। नागरिकों को आपातकालीन किट तैयार रखने, सुरक्षित स्थानों की जानकारी रखने और भूकंप के दौरान सही प्रतिक्रिया देने की जानकारी होनी चाहिए।

 

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