Putin-Trump Envoy Meet: यूक्रेन वॉर शांति वार्ता पर बड़ी चर्चा

Putin-Trump Envoy Meet: यूक्रेन वॉर शांति वार्ता पर बड़ी चर्चा
Putin-Trump Envoy Meet: यूक्रेन वॉर शांति वार्ता पर बड़ी चर्चा

पुतिन और ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ के बीच यूक्रेन युद्ध को लेकर हुई अहम बातचीत: क्या निकला नतीजा?

मॉस्को/वॉशिंगटन:
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी व्यवसायी और दूत स्टीव विटकॉफ (Steve Witkoff) से क्रेमलिन में एक विशेष बैठक की। इस हाई-प्रोफाइल और गोपनीय बैठक में यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के संभावित विकल्पों पर गंभीर चर्चा की गई। यह मुलाकात ऐसे समय हुई है जब रूस-यूक्रेन युद्ध अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुका है और वैश्विक स्तर पर इसके प्रभाव गहराते जा रहे हैं।

Putin-Trump Envoy Meet: यूक्रेन वॉर शांति वार्ता पर बड़ी चर्चा

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क्या है बैठक की अहमियत?

यह बैठक इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि यह डोनाल्ड ट्रंप की संभावित 2024 अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में वापसी की पृष्ठभूमि में हुई है। स्टीव विटकॉफ को ट्रंप का करीबी माना जाता है और माना जा रहा है कि उन्हें “बैकचैनल डिप्लोमैसी” यानी अनौपचारिक कूटनीतिक वार्ता के उद्देश्य से भेजा गया है।Putin-Trump Envoy Meet: यूक्रेन वॉर शांति वार्ता पर बड़ी चर्चा

सूत्रों के अनुसार, बैठक में संभावित युद्धविराम, यूक्रेन के डोनबास और क्रीमिया क्षेत्र की स्थिति, और पश्चिमी देशों की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई। पुतिन ने एक बार फिर रूस की सुरक्षा चिंताओं को प्रमुखता से उठाया और कहा कि पश्चिमी गठबंधन को अपने रुख में बदलाव लाना होगा।

बैठक में क्या हुआ?

स्टीव विटकॉफ और पुतिन की यह बैठक करीब 90 मिनट तक चली, जिसमें रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और ट्रंप के कुछ पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।Putin-Trump Envoy Meet: यूक्रेन वॉर शांति वार्ता पर बड़ी चर्चा

पुतिन ने विटकॉफ के साथ बातचीत में कहा कि रूस शांति के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि यूक्रेन नाटो में शामिल होने की जिद छोड़े और पूर्वी यूक्रेन के रूसी भाषी लोगों के अधिकारों की गारंटी दी जाए।

विटकॉफ का क्या संदेश था?

स्टीव विटकॉफ ने यह साफ किया कि वह ट्रंप प्रशासन के आधिकारिक प्रतिनिधि नहीं हैं, लेकिन ट्रंप की “शांति स्थापित करने की मंशा” को लेकर संदेशवाहक के रूप में आए हैं। उन्होंने पुतिन को बताया कि यदि ट्रंप दोबारा सत्ता में आते हैं, तो वे यूक्रेन युद्ध को “24 घंटे में समाप्त करने की योजना” पर काम करेंगे।Putin-Trump Envoy Meet: यूक्रेन वॉर शांति वार्ता पर बड़ी चर्चा

विटकॉफ ने यह भी कहा कि ट्रंप की नीति होगी कि अमेरिका अब सीधे तौर पर युद्धों में सैन्य दखल नहीं देगा, बल्कि राजनयिक समाधान को प्राथमिकता दी जाएगी।

क्या यूक्रेन को जानकारी थी?

यूक्रेनी अधिकारियों ने इस बैठक पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन कीव के सूत्रों के अनुसार, यूक्रेन को इस बातचीत की जानकारी थी और उन्होंने अमेरिका से सफाई मांगी है कि क्या यह अधिकारिक वार्ता का हिस्सा है या सिर्फ निजी मुलाकात।

अमेरिका की प्रतिक्रिया

व्हाइट हाउस ने फिलहाल कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। लेकिन कुछ अमेरिकी अधिकारियों ने गुमनाम रूप से मीडिया को बताया कि विटकॉफ की यह यात्रा “निजी” है और इससे अमेरिका की मौजूदा नीति पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बाइडन प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि वे रूस पर दबाव बनाए रखने और यूक्रेन को सैन्य सहायता देने की नीति जारी रखेंगे।

क्या होगा आगे?

इस बैठक से भले ही कोई ठोस नतीजा न निकला हो, लेकिन यह स्पष्ट है कि वैश्विक स्तर पर यूक्रेन युद्ध को लेकर बैकचैनल वार्ताओं की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ट्रंप की संभावित वापसी और उनकी “युद्ध विराम योजना” इस दिशा में एक नया मोड़ ला सकती है।Putin-Trump Envoy Meet: यूक्रेन वॉर शांति वार्ता पर बड़ी चर्चा

पुतिन और स्टीव विटकॉफ के बीच हुई यह मुलाकात आने वाले महीनों में भू-राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती है। यदि ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनते हैं, तो यह संभावना बनती है कि अमेरिका की नीति में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा और यूक्रेन युद्ध का हल राजनयिक माध्यमों से निकाला जा सकता है।

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